करता है तारीफ अब भी, जहां अपने साथ का
बरसो से है, बरसो रहेगा, गुणगान अपने साथ का
हम मिसालेदोस्ती की गिरफ्त में हैं आजतक
लोग करते आज भी हैं, किस्सा बयान अपने साथ का
चर्चे बहुत से हुए हैं, दोस्ती के का जहां में पर
मकसद रहा है हाँ बहुत महान अपने साथ का
एक मैं और एक तुम हैं, जान अपने साथ की
'ख़ुशी' को भी हो रहा है, भान अपने साथ का.....!!
बरसो से है, बरसो रहेगा, गुणगान अपने साथ का
हम मिसालेदोस्ती की गिरफ्त में हैं आजतक
लोग करते आज भी हैं, किस्सा बयान अपने साथ का
चर्चे बहुत से हुए हैं, दोस्ती के का जहां में पर
मकसद रहा है हाँ बहुत महान अपने साथ का
एक मैं और एक तुम हैं, जान अपने साथ की
'ख़ुशी' को भी हो रहा है, भान अपने साथ का.....!!